यह कैसा फितूर छाया आपका है…
आपकी आवाज़ नशा देती है…
और आपका चेहरा बेहोश भी नहीं होने देता है!!!
Aashi
यह कैसा फितूर छाया आपका है…
आपकी आवाज़ नशा देती है…
और आपका चेहरा बेहोश भी नहीं होने देता है!!!
Aashi
आपका यूं हमारी ओर को झुकना
और हमारी धीरे से कही बात को ध्यान से सुनना
हाए..आपकी इस अदा ने तो हमें हमसे ही चुरा लिया
Aashi
कभी कुछ कहना भूल जाती हूं…
तो कभी कुछ पूछना…
भूलने में मज़ा तो तब आए…
जब जाते समय खुद को ही…
तेरे पास भूल जाऊ ।।।
Aashi
कुछ ऐसी है इन आँखो की बेकरारी
कि यह देखती सबको है
मगर ढूंढती बस आपको है
Aashi
उनकी हर बात में
कोई तो बात है
जो मेरी हर बात में
उनकी ही बात है
Aashi
जब तक हूं तुम्हारे इर्द गिर्द,,,
ये नादानियां कर लेने दो,,,
नाराज़गी दिखाकर क्या पाओगे तुम,,,
थोड़ा मुझे भी हस लेने दो,,,
लोगो को कहते सुना है मैने,,,
खुद को कहीं खो चुका हूं मैं,,,
ढूंढना है अब खुद को मुझे,,,
तुम्हारी आँखों 👀में देख लेने दो ।।।
ना जाने यह कैसी…
आदत लग गई…
हर इक बात को…
आपसे कहने की…
लत सी लग गई!!!
Aashi
आँखों ने मुझसे कहा…
आज हम रोना चाहते हैं…
प्यार के इस दर्द में…
दिल के हमदर्द होना चाहते हैं!!!
Aashi