Judaii

Judaii

 यह आलम है बेबसी का दिल ना मेरे बस में है,

जान से ज्यादा चाहती हूं तुझे,

तन्हाई हर महफ़िल में है,  

तेरी बेवफाई की वफा हूं मै ,

तेरी जिंदगी के करीब हूं मै,

पर दिल की बात ना कह पाऊ,

कश्ती यह किस भंवर में है,

जिंदगी तुझ पे वार दू अपनी,

तेरे सारे गम मेरे हो,

काश ऐसी किस्मत होती,

कि हम ज़ख्मों का मरहम हो,

खामोशी है लब पर,

आंखे आंसुओ से भरी,

इतने गमो में भी मुस्कुराते रहना मज़बूरी है मेरी,

तोड़ना है तुझसे अब हर रिश्ता,

दिल को यही समझाया

पर डर्ती हूं टूट ना जाऊं कहीं

ऐसा अगर तूफ़ान जो आया,

दिल से प्यार देना उस इंसान को

जो हमसफ़र तेरा हो,

चाहती हूं उस हमसफ़र जैसा कोई और ना हो,

ज़िन्दगी में कभी अकेला ना छोड़ना उसे,

वो भी कहे खुशनसीब हूं मै

जो तुम मेरे साथ हो,

काश ऐसी खुश हमारे नसीब होते ,

कि हम जिसे चाहे उसके करीब होते ,

प्यार भरा रहे तुम दोनों का यह रिश्ता और

उस प्यार को रोशनी दे मेरे प्यार की चिता !!!

                                                                 — Aashi