आज रूबरू न मिल पाए तो क्या हुआ
बंद आँखो का ख़्वाब बनकर मिल लेंगे !!
Aashi
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आज रूबरू न मिल पाए तो क्या हुआ
बंद आँखो का ख़्वाब बनकर मिल लेंगे !!
Aashi
बस इतु सा ख़्वाब मेरा…
कि आपकी यादों में रहूं…
आपके ख्वाबों में जगु…
ढूंढे मुझे जब कोई…
तो आपकी आँखो में मिलु !!!
Aashi