काट लेते हैं हम
इन रातों को
अपनी आंखों को
तेरे ख्वाबों का लालच देकर
Aashi
काट लेते हैं हम
इन रातों को
अपनी आंखों को
तेरे ख्वाबों का लालच देकर
Aashi
ये दिल भी कितना आवारा है
कभी किसी के पीछे चल पड़ता है तो कभी किसी के
और बहानेबाजी में तो पूछिए ही मत…
पीएचडी की हुई है दिल ने
कहता है इसकी तो आदत अच्छी लगी … उसकी तो आवाज़ ने मोह लिया…और अरे उसकी तो बातें ही मुझे खींच कर ले गई!!!😜🤪
Aashi
कभी कुछ कहना भूल जाती हूं…
तो कभी कुछ पूछना…
भूलने में मज़ा तो तब आए…
जब जाते समय खुद को ही…
तेरे पास भूल जाऊ ।।।
Aashi
कोई ग़ज़ल सुना कर क्या करना
यूं बात को बढ़ा कर क्या करना
आप मेरे थे, मेरे हो, मेरे ही रहोगे
दुनिया को बता कर क्या करना
Aashi
ना जाने यह कैसी…
आदत लग गई…
हर इक बात को…
आपसे कहने की…
लत सी लग गई!!!
Aashi