ना जाने कब उनसे मोहब्बत हो गई,
पता ही ना चला।
जब उनसे दूर हुए तो
एक अजीब सी लहर उठी,
जैसे कुछ खो गया,
तब हमें एहसास हुआ कि
उन्होंने हमारा दिल चुरा लिया !!!
Aashi
ना जाने कब उनसे मोहब्बत हो गई,
पता ही ना चला।
जब उनसे दूर हुए तो
एक अजीब सी लहर उठी,
जैसे कुछ खो गया,
तब हमें एहसास हुआ कि
उन्होंने हमारा दिल चुरा लिया !!!
Aashi
इतना कुछ खोकर भी…
हमें पाना ना आया,,,
प्यार हद्द से बढ़कर किया…
पर जताना ना आया,,,
आप तो आ गए इस दिल में…
कसूर हमारा है…
जो हमें आपके दिल में…
स्माना ना आया !!!
Aashi
तू जो रूठा… तो कौन हसेगा,,
तू जो छूटा… तो कौन रहेगा,,
तू चुप है तो यह डर लगता है,,
अपना मुझको अब कौन कहेगा !!!
Aashi
क्या खूब थे पल…
जब तुम थे संग…
अब हस्सी तो है लबों पर…
पर दिल में खुशी नहीं !!!
Aashi
कल अचानक ही बरस पड़ी यह आँखें…
शायद कोई ख्वाब था इनमे…
जो मुकम्मल ना हो पाया !!!
Aashi
चले ना ज़ोर इश्क़ पे …
करेंगे थोड़ा गोर इश्क़ पे …
यह दर्द है…या है दवा !!!
Aashi
बस इतु सा ख़्वाब मेरा…
कि आपकी यादों में रहूं…
आपके ख्वाबों में जगु…
ढूंढे मुझे जब कोई…
तो आपकी आँखो में मिलु !!!
Aashi